Encapsulation in C++ in Hindi with Example - पूरी जानकारी

C++ Programming के अन्दर ये Encapsulation का जो Concept हे वो काफी Important Concept हे , जिसे बहत ही अछे से समजना पड़ेगा , और इसलिए ही आज की इस आर्टिकल के अन्दर हम इस Encapsulation के बारे में पूरी जानकारी आप लोगो के साथ शेयर करने वाले हे , जेइसे हमने पिछले आर्टिकल के अन्दर Polymorphism के बारे में बात किये थे | आप लोग उस आर्टिकल को एकबार जरुर पड़े ,
तो चलिए आज की (Encapsulation in C++ in Hindi with Example ) इस आर्टिकल को शुरू करते हे ,,,




 


Encapsulation in C++ in Hindi with Example - पूरी जानकारी


Encapsulation का मतलब हे Program में जब Data और Method को Class के अन्दर Define किया जाता हे , तो इस Encapsulation के मदत से ही वो Data को Secure किये जाते हे , ताकि उसे कोई भी गलत इस्तेमाल कर ना सके |और इस Encapsulation के बजह से ही Data को कोई भी External Object Access नही कर सकते हे | इस Encapsulation में Data Member और Function को एक Single unit के अन्दर Combine करके रखा जाता हे |

आइये एक Real Example के मदत से इस Concept को और अछे से समझने की कौसिस करते हे ,

जेइसे मानलो , दो Person हे और दोनों Person ही किसी अलग अलग Project में काम कर रहे हे , तो अगर पहले Person को दुसरे Person के Project में से किसी Data को Access करना पड़े , तो वो उस Data को Access नही कर सकते हे , उसे पहले दुसरे Person से Permission लेनी पड़ेगी , तब जाके वो Person दुसरे Person की Data को Access कर सकते हे |

तो येही होता हे C++ में Encapsulation का Concept ,

आसान भासा में कहे जाय तो , जब Program में हम इस Encapsulation का इस्तेमाल करते हे , तो कोई भी उस Program के Data या फिर Method को आसानी से Access नही कर सकते हे |
उम्मीद हे आप लोग इस Concept को अछे से समझ गये होंगे |

Example :-

class Sanat
{
   private :
   data
   public :
 function ()
  {
    //code
   }
};

देखो , इसमें हम इस Class के अन्दर जो Data दिए हे , वो Private होने की बजह से उसे Access नही कर सकते हे | उस Data को Access करने के लिए इस Public में जो Function दिया गया हे , उस Function की मदत से उस Private के अन्दर Data को Access कर सकते हे | बिना Function के किसी भी तरह से हम उस Data को Access नही कर सकते हे |
और Encapsulation में Data को हमेशा Private Specifier के अन्दर ही लिखा जाता हे , और इसलिए कोई External Object उस Data को Access नही कर सकते हे |

Advantage of Encapsulation :-

  1.  Encapsulation के मदत से Data को Hide करके रख सकते हे , जिसके बजह से कोई भी इसे Access नही कर सकते हे |
  2.  Encapsulation में Data और Function को एक साथ रख सकते हे , जिसकी बजह से Program में Code दिखने और पड़ने में आसानी होती हे |
  3.  Encapsulation में Class के Data को हम Read only और Write only Access add कर सकते हे , जो Getter और Setter Function की द्वारा किये जाते हे |
  4. Encapsulation में Data Hiding और Data Abstraction को भी Implement किया जा सकता हे |

Types of Encapsulation :-

C++ में Encapsulation 3 तरह के देखने को मिलता हे , जेइसे -
  • Member Variable : - इसमें सभी Data Member को Private Access Specifier मदत से Private किये जाते हे 
  •  Function :-  इसमें कुछ Member Function को Private किया जाता हे , लेकिन Constructor को Public ही रखा जाता हे ताकि उसे Easily Access किया जा सके |
  • Class :-  इस Class Encapsulation में सभी Class को Private में ही रखा जाता हे |



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Conclusion :-


C++ में Encapsulation को हम Class के जो Data Member होते हे , उसे Secure करने के लिए ही इस्तेमाल करते हे , ताकि कोई भी बहार से उस Data को Access ना कर पाए | और इस Encapsulation की बजह से ही Data और Function एक Single Unit के अन्दर रखा जाता हे |
तो आज की (Encapsulation in C++ in Hindi with Example ) इस आर्टिकल के अन्दर हमने C++ के Encapsulation के बारे में पूरी जानकारी आप लोगोके साथ शेयर की हे , उम्मीद करता हु आप लोगो को ये आर्टिकल पसंद आया होगा , अगर पसंद आया हे तो अपने दोस्तों के साथ Share जरुर करे , और अगर इस आर्टिकल के अन्दर दिए गये जानकारी से किसी भी तरह के कोई Doubt रहे गये , तो नीछे Comment करके भी पूछ सकते हो |
धन्यवाद |||
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