तो आइये जानते हे C++ में फंक्शन क्या हे? और किस तरह से अपने Program के अन्दर इस्तेमाल किये जाते हे |
What is Function in C++ Programming in Hindi - C++ में फंक्शन क्या हे
Program में जब किसी Block के अन्दर Code को लिखा जाता हे , तो उसी Block को ही Function कहा जाता हे | मतलब जेइसे मानलो , हमने एक Program के मदत से दो नंबर को Add करने वाले हे (2+2=4) , तो ये दो नंबर के Add करने का Code जिस Block के अन्दर लिखा जाता हे , उसी Block को ही Function कहते हे |और Function का काम ही होता हे User से Input लेना और उस Input को Processed करके Output या फिर Result Show करवाना |
लेकिन , जब तक Function को Call नही किया जाता तब तक वो Function Run नही करेगा , बिना Call किये ये Function के अन्दर दिए गये Code Execute नही करेगा |
Function Call :-
Function Call में Function के नाम से ही Call किया जाता हे , जिसमे उस Function के नाम के साथ Semicolon (;) भी लिखा जाता हे |जेइसे - add();
मतलब , जब Program में दो नंबर को Add किया जायेगा , तो वो Add Function को Call करने के बाद ही वो Code Execute होगा | अगर अपने वो Add Function को Call नही किया तो उस Function का कोई भी महत्य नही रहेगा |
अगर एक लाइन में कहा जाय तो , जब तक Function को Call नही किया जायेगा तब तक वो Function Execute नही होगा |
और वेइसे भी दो तरह से function को call किया जाता हे ,
- Call by Value
- Call by Reference
( इसके बारे में हम और अछे से जानेंगे हमारे next आर्टिकल के अन्दर )
अब तो आप लोग समझ ही गये होंगे , की ये Function क्या होता हे और किस तरह से Program में काम करता हे |
चलिए अब इस Function के Syntax के बारे में बात करते हे ,,
Syntax of Function :-
return_type function_name(Parameter){
// Body (code)
}
1. return_type :-
ये return _type को एक Keyword की तरह ही लिखा जाता हे , जिसमे अगर किसी Function को कोई Value Return करना हो , तब इस return_type को Use किया जाता हे |और अगर इस Keyword से किसी भी तरह के Value को Return नही करना हो तब इस return_type की जगह Void Keyword को इस्तेमाल किया जाता हे |
2. Function Name :-
Function Name में ही असल में Function के जो नाम होगा वो लिखा जाता हे , और जब Function Call किया जाता हे , तब ये Function Execute होता हे |3. Parameter :-
इस Parameter में Variable या फिर किसी भी तरह के नंबर को लिखा जाता हे , और ये User के ऊपर Depend होता हे की वो क्या Variable को Pass करना चाहता हो , क्यू की ये Parameter Optional होता हे |4. Body :-
इस Body Block के अन्दर वो Function के Code को लिखा जाता हे जिसे Execute करना होता हे |तो ये होता हे Function के Syntax , जिसे हम अपनी Programming अन्दर इस्तेमाल करते हे | उम्मीद करता हु आप लोग अछेसे समझ गये होंगे , चलिए इस Syntax को एक Program के अन्दर Implement करके देखते हे , ताकि आप लोग इस Function को और अछे से समझ पाओ |
चलिए अब बात करते हे Programming के अन्दर Function कितने Types के होते हे ,,
Types of function in C++ :-
Programming में दो तरह के Function होते हे , (1) User Defined Function और (2) Predefined Function या फिर( Inbuilt Function )आइये इसके बारे में और अछे से जानने की कौसिस करते हे |
1. User Defined Function :-
User Defined Function का मतलब हे , जो Function को User अपने हिसाब से Create करते हे और अपने Program में Implement करते हे , उन सब Function को User Defined Function कहा जाता हे |और Function को किसी भी नाम से Create किया जा सकता हे ,
जेइसे - add() , sum() , multi() , xyz() , Sanat() ....इत्यादि |
इस तरह के Function के नाम को Create किया जाता हे , और उस Function के अन्दर Code को लिखा जाता हे , और जब हम इस Function को Call करते हे , तब ये Function Execute हो कर हमें हमारा Output देता हे |
तो ये होता हे User Defined Function |
और Predefined Function के अन्दर कोई भी Block नही होता , और नहीं इसमें किसी भी तरह Code को लिखा जाता हे , और इन सारे Function के जो भी Meaning होता हे , वो सब पहले ही Define किया हुआ रहता हे , जिसे हम सिर्फ Program में इस्तेमाल कर सकते हे |
तो हमने आज के (What is Function in C++ Programming in Hindi) इस आर्टिकल के अन्दर देखा ही की Function क्या होता हे और और Program में किस तरह से इस्तेमाल किये जाते हे | उम्मीद करता हु आप लोगो को ये आर्टिकल पसंद आया होगा , अगर पसंद आया तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे , ताकि उन्हें भी इस Function के Concept को अछे से समझ आ जाये , और अगर इस आर्टिकल के अन्दर दिए गये जानकारी से किसी भी तरह के कोई भी शाबाल या फिर कोई Doubt हे तो निचे Comment जरुर करे |
धन्यवाद ....
इस तरह के Function के नाम को Create किया जाता हे , और उस Function के अन्दर Code को लिखा जाता हे , और जब हम इस Function को Call करते हे , तब ये Function Execute हो कर हमें हमारा Output देता हे |
तो ये होता हे User Defined Function |
2. Predefined Function :-
Predefined Function का मतलब हे जो Function पहले से C++ के Library में Define किया हुआ रहता हे , जेइसे - strcpy() , strcmp() , clrscr(), getch() ....इत्यादि |और Predefined Function के अन्दर कोई भी Block नही होता , और नहीं इसमें किसी भी तरह Code को लिखा जाता हे , और इन सारे Function के जो भी Meaning होता हे , वो सब पहले ही Define किया हुआ रहता हे , जिसे हम सिर्फ Program में इस्तेमाल कर सकते हे |
Function के फायदे :-
- Function के मदद से Program में काम को आसान बनाते हे , जिस बजह से जादा Code को लिखना नही पड़ता हे |
- एक Function के Code को जितना बार चाहो उसे Program के अन्दर इस्तेमाल कर सकते हो |
- एक Function के Code को जादा इस्तेमाल करने पर भी Program को आसानी से समझा जा सकता हे |
- Program के Code को आसानी से Modify या फिर Updates किया जाता हे |
- Function को इस्तेमाल करने से Program जादा Complex नही होता , मतलब Program के जो Size होता हे , वो Reduce हो जाता हे इस Function को इस्तेमाल करने से |
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Conclusion :-
Function और कुछ नही बल्कि Program में किसी Block के अन्दर जो Code को लिखा जाता हे , उसी Block of Code को ही Function कहते हे | और जब तक Function को Call नही किया जायेगा वो Execute नही होगा |तो हमने आज के (What is Function in C++ Programming in Hindi) इस आर्टिकल के अन्दर देखा ही की Function क्या होता हे और और Program में किस तरह से इस्तेमाल किये जाते हे | उम्मीद करता हु आप लोगो को ये आर्टिकल पसंद आया होगा , अगर पसंद आया तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरुर करे , ताकि उन्हें भी इस Function के Concept को अछे से समझ आ जाये , और अगर इस आर्टिकल के अन्दर दिए गये जानकारी से किसी भी तरह के कोई भी शाबाल या फिर कोई Doubt हे तो निचे Comment जरुर करे |
धन्यवाद ....