HTML in Hindi - Html क्या हे पूरी जानकारी
HTML का पूरा नाम Hyper Text Markup Language होता हे | मतलब आप Html के मदत से Website में Text को Represent कर सकते हो |
HTML को Tim Berners Lee ने Develop किया था | जिसने www (world wide web) को भी Develop किया था ,अगर आप कभी भी Website को Develop करने की बात करते हो तो सबसे पहले Html के नाम आते हे इसके बिना आप Website को कभी भी Develop नही कर सकते हो | Html के अन्दर हम जो भी Keyword को लिखते हे , उसे Html के भासा में Tag कहा जाता हे | ( इस tag के बारे में हम next आर्टिकल में बात करेंगे ) Html के Code को आप किसी भी Text Editor में लिख सकते हो जेइसे की Notepad , या फिर इस Html को आप Vs Code में भी लिखे सकते हो | जेइसे की हम Html को Vs Code में ही लिखते हे |
Html File का जो Extension होता हे वो .html के नाम पे होता हे , इस File को आप Html Documents भी कह सकते हो | जब आप किसी भी Text Editor में इस Html के Code को लिखते हो तो उसका जो भी Output आता हे वो आपको Direct Web Browser में दीखता हे | जेइसे Chrome , Firefox, Opera इस तरह के Web Browser में Output को देखने को मिलता हे | वो भी हम आप को दीखायेंगे की कैसे Code को लिखा जाता हे , और कैसे उस Code का Result Web Browser में दीखता हे |
तो ये रहे Html के Introduction उम्मीद करता हु इस Introduction समझ में आये होंगे , अब हम आगे Html के History के बारे में जानेंगे , तो चलिए शुरू करते हे |
History of HTML :-
Html को 1993 में Tim Berners Lee के द्वारा Develop किया गया था | वो Html अभी भी Continue चल रहा हे | Html को बस Time To Time Update किये जाते हे , जिसके बजह से Html के कई सरे Version भी आपको देखने को मिलेगा |
1980 में Tim Berners Lee ने Html को Invent किया था और इस Tim Berners Lee ने ही 1989 में www को भी Invent किये थे | Html का एक Organisation था जिसमे अगर Html के अन्दर कोई भी Change या फिर Modify करना पड़े तो वो Organisation करते हे | उस Organisation का नाम था World Wide Web Consortion , और
इस Organisation ने Html का कई सारे Version Publish किये थे |तो आइये उन सारे Version को एकबार देख लेते हे |
Version of HTML:-
1. Version 1.0 :-
Html के जो First Version थे वो हे SGML ( Standard Generalized Markup Language ) इसमें जो टेक्स्ट थे वो standard टेक्स्ट को add किया गया था | इस version में सिर्फ टेक्स्ट को ही add किये गये थे , इसके अलाबा इस version में कुछ tags ओ भी include किया गया था , html के इस SGML version को 1.0 के नाम पे जाना जाता था |
2. Version 2.0 :-
इस Version में जो पहले नाम दिया गया था वो हे IETF( Internet Engineering Task Force ) Html 1.0 Version में कुछ नया Features को Add किये गये थे ,जेइसे Html 1.0 Version में सिर्फ Text थे तो इस 2.0 के अन्दर Image Tag को Add किया गया था , जो काफी Important थे Html के लिए | और इस Html 2.0 Version को सन 1995 में Publish किया गया था |
3. Version 3.0 :-
जो 2.0 Version थे उसे लोगो को बहत पसंद आने लगे , और इए Version Internet में भात अछे से चलने भी लगे थे , और इसके बाद Html में जो नये Version आये वो 3.0 थे , इस version के अन्दर कोई ही नये Features को Add नही किया गया था | और नाही कोई भी Change या फिर कोई Modify भी नही किये थे इस 3.0 Version में और इसके बजह से इस 3.0 Version को Publish नही किये थे |
4. Version 3.2 :-
इसके बाद Html के जो Organisation थे वो Organisation ने 1997 में Html का नये Version Publish किया वो हे 3.2 | जिस के अन्दर कई सारे Features और कुछ नया Attribute को Add किए गए थे | और इसके बजह से इए Version को भी लोगो ने काफी पसंद किया | क्यू की इस version को लोग बहत अछे से Use कर पाते थे | और इस version के बजह से लोग बहत जल्दी Html में Grow भी हो रहे थे | लेकिन इस version की बजह से हमारे Web Browser का Performance काफी Slow हो हो रहे थे | क्यू की इस Version 3.2 में जो भी न्य Features को Add किये थे वो सारे के सारे Web Browser में Support नही हो पारेहे थे |
5. Version 4.0 :-
Html के पहले Version की बजह से लोग जादातर Html को सीखना पसंद कर रहे थे | इसके बजह से Internet और भी जादा Popular हो रहा था | और लोग एए भी चाहते थे की इस Version में और भी नया Features को Add किया जाय |
उसके कुछ दिन बाद Html के Html का Next Version 4.0 को Publish किया गया | और इस Version के अन्दर बहत सारे नया Features को किये गये थे | जेइसे की ...
उसके कुछ दिन बाद Html के Html का Next Version 4.0 को Publish किया गया | और इस Version के अन्दर बहत सारे नया Features को किये गये थे | जेइसे की ...
- Separation of Structure and Presentation
- Style sheet
- Accessibility
- Client Side Scripting
- Frame
- Advanced Table
6. Version 5.0 :-
Html के इस Version में और भी जादा Features को Add किये थे पिछले Version के मुकाबले , और इसके बजह से इस Version में जो Code हे वो बहत Clean Code और Clean Markup भी थे |
इस Version के अन्दर जो भी नया Features को add किये थे वो हे
तो एए रहे Html के कुछ Version के बारे में जानकारी , उम्मीद करता हु इस version को आप लोग अछेसे समझ गये होंगे , चोलो आगे बड़ते हे |आब हम Html के Features के बारे में बात करेंगे .....
1. Html एक बहत Easy और Simple Language होता हे , जिसे आसानी से सिखा जा सकता हे | और Html के जो Coding होते हे उसे Modify भी कर सकते हे |
2. Html के अन्दर बहत सारे Formatting Tags को Use किये जाते हे , उस Tags की मदत से आप Html के Presentation को Effective बना सकते हो वो बड़े आसानी से |
3. Html एक Platform Independent होते हे , मतलब आप Html के Coding को किसी भी Platform में use कर सकते हो | जेसी की मानलो आप Window Operating System में कोई भी Html के Code को बनाया हे , तो आप उस code को Linux Operating System में Use कर सकते हो |
इसलिए html को Platform Independent कहा जाता हे |
4. Html एक Case in Sensitive Programming Language हे , मतलब आप इस Html के Code को Lowercase और Uppercase इन दोनों में भी Use कर सकते हो ,जिसे Coding में कोई भी Problem नही होगी | जेइसे
इस Version के अन्दर जो भी नया Features को add किये थे वो हे
- Video and Audio ( जिसको add करना बहत जरुरी था website के लिए )
- .header
- .canvas
- .footer
- .nav
तो एए रहे Html के कुछ Version के बारे में जानकारी , उम्मीद करता हु इस version को आप लोग अछेसे समझ गये होंगे , चोलो आगे बड़ते हे |आब हम Html के Features के बारे में बात करेंगे .....
Features of Html in Hindi With Example:-
1. Html एक बहत Easy और Simple Language होता हे , जिसे आसानी से सिखा जा सकता हे | और Html के जो Coding होते हे उसे Modify भी कर सकते हे |
2. Html के अन्दर बहत सारे Formatting Tags को Use किये जाते हे , उस Tags की मदत से आप Html के Presentation को Effective बना सकते हो वो बड़े आसानी से |
3. Html एक Platform Independent होते हे , मतलब आप Html के Coding को किसी भी Platform में use कर सकते हो | जेसी की मानलो आप Window Operating System में कोई भी Html के Code को बनाया हे , तो आप उस code को Linux Operating System में Use कर सकते हो |
इसलिए html को Platform Independent कहा जाता हे |
4. Html एक Case in Sensitive Programming Language हे , मतलब आप इस Html के Code को Lowercase और Uppercase इन दोनों में भी Use कर सकते हो ,जिसे Coding में कोई भी Problem नही होगी | जेइसे
<html> ........<HTML> इस तरह के Uppercase और Lowercase को Use कर सकते हो |
5. Html के मदत से आप Website में आसानी से Graphics , Photo ,Video, Audio Use कर सकते हो , जिसके मदत से आप Website को और Attractive बना सकते हो | जिसके कारन User को आपका Website और जादा Attractive लगे गा |
तो एए रहा Html के कुछ Features जिसे जानना बहत जरुरी होता हे , जो कोई भी Html को सीखना चाहते हे |
5. Html के मदत से आप Website में आसानी से Graphics , Photo ,Video, Audio Use कर सकते हो , जिसके मदत से आप Website को और Attractive बना सकते हो | जिसके कारन User को आपका Website और जादा Attractive लगे गा |
तो एए रहा Html के कुछ Features जिसे जानना बहत जरुरी होता हे , जो कोई भी Html को सीखना चाहते हे |
Types of HTML :-
Html को अछे तरह से Use करने के लिए 3 हिस्सों में Divide किया गया हे , जिसकी मदत से आप Html को और अछे से सम्जझ पाओ .... आइये देखते हे ,
1. Traditional:-
इस Traditional के जो Syntax होते हे , वो बहत Easy और बहत ही Flexible होते हे | इसके मदत से आप Browser के Tags को Read कर सकते हो |
2. Strict:-
Strict के मदत से आप Html को और जादा Reliable बना सकते हो , और इए सिर्फ Mobile पे ही Use किये जाते हे |
3. Frame set:-
Frame set के मदत से हम Website में मेनू बार को बना सकते हे , और इस के मदत से Website के बहत सारे Documents को आपस में जोड़ सकते हे |
2. Html Website बनाने के लिए Use किये जाते हे |
3. अगर आपको Web Developer बनना हे तो आपको Html सीखना ही पड़ेगा , क्यू की Html Website का Basic Fundamental होता हे | जिसके बिना आप Web Developer बन ही नही पायोगे |
4. अगर अपने Html को सिख कर Web Developer बनना चाहते हो , तो एए Career Opportunity भी हे | जिसके मदत से आप अपना Career को भी boost कर सकते हो |
अब हम Html के कुछ Advantage और Disadvantage के बारे में बात करेंगे ... तो चलिए शुरू करते हे ....,
Why Learn HTML ( Html क्यू सीखना चाहिए ? ):
1. Html एक Simple और Markup Language हे ,और Language को आसानी से Implement कर सकते हो |2. Html Website बनाने के लिए Use किये जाते हे |
3. अगर आपको Web Developer बनना हे तो आपको Html सीखना ही पड़ेगा , क्यू की Html Website का Basic Fundamental होता हे | जिसके बिना आप Web Developer बन ही नही पायोगे |
4. अगर अपने Html को सिख कर Web Developer बनना चाहते हो , तो एए Career Opportunity भी हे | जिसके मदत से आप अपना Career को भी boost कर सकते हो |
अब हम Html के कुछ Advantage और Disadvantage के बारे में बात करेंगे ... तो चलिए शुरू करते हे ....,
Advantage of HTML:-
इसके लिए सिर्फ आपके Nodepad ही काफी हे , आपके कंप्यूटर या फिर लैपटॉप में कोई भी एक Text Editor होना चाहिए |
2. इस में कोई भी Spacial Hardware के भी जरुरत नही पड़ता हे , और इसमें आप किसी भी Operating System का Use कर सकते हो | जेइसे , Window , Linux किसी भी Operating System से आप Html को सिख सकते हो | इसलिए Html Hardware Independent होते हे |
3. Html में आप आसानी से Error को Find कर सकते हो | और Easily उस Error को solve भी कर सकते हो | (इसके बारे में हम Practical में देखेगे )
4. Html को आप फ्री में सिख सकते हो , इसके लिए आपको कही भी कोई Pay नही करना पड़ता हे | Html को आप कही से भी पड़ और सिख सकते हो |
5. इस Html को सीखना बहत Easy होता हे दुसरे Language के मुकाबले | जेइसे C,C++, Java इन सारे Language के मुकाबले आप Html को आसानी से और बहत जल्दी सिख सकते हो |
Disadvantage of HTML :-
2. आप Html के मदत से कोई Calculation नही कर सकते हो | जेइसे हमारे C Programming में दो नंबर को आपस में जोर कर एक Program बना सकते हे (Ex- 2+2=4) तो C Programming में एए Addition का Program हम कर सकते हे , लेकिन Html में वो नही होगा |
3. Html के मदत से आप website में कोई भी Date या फिर Time को लगा नही सकते हो , उसके लिए भी आपको Java script का मदत लेना पड़ेगा | सिर्फ Html आपको website में Date Show नही करवा पायेगा |
4. सिर्फ Html के मदत से आप एक Interactive Web Page को नही बना सकते हो , एक अच्छा web page जो Attractive हो और साथ में आपसे Communicate भी करे , वो सिर्फ Html के मदत से आप नही बना सकते हो | उसके लिए आपको CSS और Java script को सीखना पड़ेगा |
5. Html के मदत से आप एक Web Page तो बना सकते हो लेकिन वो किसी Application के तरह आपसे Communicate नही होगी | इसमें सिर्फ आप Image , Audio , Video ये चीज़ Show करवा सकते हो |
तो एए रहे Html के कुछ Advantage और Disadvantage के बारे में जानकारी जिसे आपको जानना बहत ही जरुरी अगर आप html को सीखना चाहते हो तो ,,,
Use of HTML :-
इए सारे Topics ओ पड़ने के बाद आपको इए तो पाता लग ही गया हे , की Html को कहा Use किये जाते हे | फिर भी हम आपको बाता देते हे ,
इस Html के मदत से हम Website Create कर सकते हे , और Web Page को अछे से Design कर सकते हे | Html के अन्दर बहत सारे Tags होते हे जिसके मदत से हम एक अच्छा Website को बना सकते हे |
तो आप एए कह सकते हे की Html का इस्तेमाल हम सिर्फ Website को Create करने के लिए ही किया जाता हे |
इस Html के मदत से हम Website Create कर सकते हे , और Web Page को अछे से Design कर सकते हे | Html के अन्दर बहत सारे Tags होते हे जिसके मदत से हम एक अच्छा Website को बना सकते हे |
तो आप एए कह सकते हे की Html का इस्तेमाल हम सिर्फ Website को Create करने के लिए ही किया जाता हे |
Element of HTML:-
Html के अन्दर बहत सारे Element मजूद होते हे , जो हमे एक अच्छा Website को Create करने में बहत मदत करते हे , तो आइये उन Element में से कुछ Important Element Tag के बारे में जानते हे , जिसे आप को Use करना ही पड़ेगा किसि भी Web Page बनाने के लिए |
1. <!Doctype> :-
जब हम किसी भी Html Page को start करते हे , तो वो इस <!Doctype> से ही शुरू होता हे , इसका मतलब हे इए Browser को बताते हे की हमने एक page को create की हें , या फिर page को create कर रहे हे |
2. <html>:-
इसके बिना आप Page को Create कर ही नही पयोगे , इए Html Tag की मदत से पुरे Page को Define किया जाता हे |
3. <Title>:-
इसका मतलब हे Browser में जो सबसे ऊपर दीखता हे वो होता हे Title . जो Head tag के अन्दर लिखा जाता हे |
4. <body>:-
इए होता हे Main Body जिसमे आप किसी भी Photo , Video ,Text को लिख सकते हो ,और Body Tag के मदत से वो सब Browser में दीखता हे |
5. <h1> :-
इस h1 के मदत से आप Heading Create कर सकते हो | जो काफी Important Heading होता हे |
6. <p>:-
इस <p> Tag में आप कोई भी लाइन लिखोगे तो वो एक Paragraph बन कर Website में दिखेगा | मतलब इस <p> को हम Paragraph के लिए Use करते हे |
Read More : HTML Element and Attributes
इन सारे Element को एक Practical एक Program के माद्यम देखेंगे | , आइये देखते हे .........
और इस Code का जो Result निकले वो हे ,,,,
HTML Tag के बारे में जाने
( HTML in Hindi ) इस आर्टिकल में हमने जाना Html का मतलब Hyper Text Markup Language होता हे , और इस Html को हम Website Develop करने के लिए Use करते हे , अगर आपको एक अच्छा Web Developer बनना हे तो आपको Html के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए |
Html के बिना आप Website को Develop कर ही नही सकते हो | हमने इस आर्टिकल में जो भी Knowledge Share की हे उम्मीद करता हु इस से आप लोगो के मन में Html के बारे में जो प्रश्न थे वो सब Clear होगेये होंगे |
Html के बिना आप Website को Develop कर ही नही सकते हो | हमने इस आर्टिकल में जो भी Knowledge Share की हे उम्मीद करता हु इस से आप लोगो के मन में Html के बारे में जो प्रश्न थे वो सब Clear होगेये होंगे |
और अगर फिर भी कोई doubt रह गये तो निचे comment करके पुच सकते हो |
FAQ
1. कंप्यूटर में HTML क्या हे ?
Answer :- कंप्यूटर में HTML के मदत से ही website को डिजाईन किया जाता हे , और जिसके अन्दर text और image को represent किया जाता हे |
2. HTML का उपयोग क्या हे ?
Answer:- web browser के किसी भी पेज को डिजाईन करने के लिए HTML का इस्तेमाल किये जाते हे |
3. HTML कैसे काम करता हे?
Answer :- HTML के मदत से किसी भी website के अन्दर image , text , या फिर multimedia को दिखाया जाता हे |
4. HTML क्या हे इसकी बिशेसता लिखिए ?
Answer :- HTML मतलब Hyper Text Markup Language , इस HTML को website डिजाईन करने के लिए इस्तेमाल किये जाते हे , इस HTML के मदत से ही website के अंदर graphics , photo, video , audio को represent किया जाता हे |
5. HTML में कितने टैग होते हे?
Answer:- आज के टाइम में इस HTML के अन्दर total 142 टैग देखने को मिलता हे |
6. HTML में कितने टाइप होते हे?
Answer :- HTML 3 टाइप के होते हे |
- Traditional
- Strict
- Frame set