इस से पहले हमने C Language में Variable और Constant के बारे में पड़ा था , तो वो Post देखने के बाद इस C++ को सम्जहने में आप लोगो को आसानी होगी |
तो चलिए शुरू करते हे What is variable in cpp in hindi ,
तो चलिए शुरू करते हे What is variable in cpp in hindi ,
सब से पहले हम जानेंगे Variable क्या होता हे ? और उस Variable को अपने Programming के अंदर कैसे Use किया जाता हे , वो भी जानेंगे |
मानलो आपके पास एक 2 लीटर का पानी का बोटल हे , और आपको एक लीटर पानी दिया गया हे , तो आप उस पानी को उस 2 लीटर पानी के बोटल में आरामसे रख सकते हो ,और जब भी चाहो उस पानी को निकल कर use भी कर सकते हो |
अगर में int a=1 लीटर पानी करता हु , तो जो int a हे वो उस 2 लीटर पानी के बोटल का नाम होगेया , तो a के अन्दर 1 लीटर पानी स्टोर हे ,मतलब 2 लीटर पानी के बोटल में 1 लीटर पानी स्टोर होगेया हे |
उम्मीद करता हु की इस Concept को आप लोग अच्छी तरह से समझ गये होंगे | ....... चलिए आगे बड़ते हे ...
Variable में काम करने से पहले Variable के कुछ अपने नियम होते हे , जिसे आपको Follow करना पड़ेगा , तो आइये जानते हे वो नियम क्या हे |
int a=5;
int A=10;
int _num =18;
तो कुछ इस तरह से आप Variable को लिख सकते हो , और अगर आप चाहे तो Number भी Use कर सकते हे | लेकिन Starting Point Alphabet या फिर _(underscore) होना चाहिए |
तो ये रहा Variable के कुछ नियम जिसे आप लोगो को Variable को Use करने के बक्त ध्यान देना होता हे |
अब हम बात करेंगे C++ में variable कितने प्रकार का होता हे , तो आइये शुरू करते हे .....
What is Variable in C++ in Hindi
Variable मेमोरी लोकेशन का एक नाम होता हे , जिसकी मदत से हम Programming के अंदर Value को स्टोर करते हे ,अब हम आप लोगो को एक Real Example के साथ इस Concept को समझायेंगे ,
मानलो आपके पास एक 2 लीटर का पानी का बोटल हे , और आपको एक लीटर पानी दिया गया हे , तो आप उस पानी को उस 2 लीटर पानी के बोटल में आरामसे रख सकते हो ,और जब भी चाहो उस पानी को निकल कर use भी कर सकते हो |
तो वो जो 2 लीटर पानी का बोटल हे, वो होता Variable , और आपके पास जो एक लीटर पानी हे वो होता हे Value | अब उस Value को आप Variable के अन्दर रख सकते हो , और जरुरत पड़ने पर आप उस Value को निकल कर use भी कर सकते हो , अगर आपको 2 लीटर पानी का बोटल नही दिया जाता , तो आप उस 1 लीटर पानी को कही पे रख भि नेही पाते , तो वो पानी बर्बाद हो जाता , ठीक इसी तरह हमारे Variable में Value को Store करके रखा जाता हे , और बाद में इस्तेमाल करते हे अपने Programming में |
अगर में int a=1 लीटर पानी करता हु , तो जो int a हे वो उस 2 लीटर पानी के बोटल का नाम होगेया , तो a के अन्दर 1 लीटर पानी स्टोर हे ,मतलब 2 लीटर पानी के बोटल में 1 लीटर पानी स्टोर होगेया हे |
और जब भी हमे जरुरत पड़ेगी तो हम cout के मदत से उस 1 लीटर पानी को use कर सकते हे , मतलब Variable में उस Value को Access करके Use कर सकते हे , तो इस तरह से Variable काम करता हे |
उम्मीद करता हु की इस Concept को आप लोग अच्छी तरह से समझ गये होंगे | ....... चलिए आगे बड़ते हे ...
Variable में काम करने से पहले Variable के कुछ अपने नियम होते हे , जिसे आपको Follow करना पड़ेगा , तो आइये जानते हे वो नियम क्या हे |
Variable के नियम :-
1. C++ Language Variable में Case Sensitive होता हे , मतलब इसमें अगर हम a (small) variable बनाते हे , तो हमे a (small ) से ही access करना पड़ेगा | A (capital) से access नही कर पयोगे , मतलब इसमें Uppercase और Lowercase का Concept आता हे , और Variable के Value को हम Programming के Execution के बक्त Change कर सकते हे |मानलो हमने एक Variable लिया int = 20; तो उस value को हम Execution के Time Change कर सकते हे | मतलब Variable का Value को Change किया जा सकता हे ,
2. C++ Language में Variable को (small) a - z और (capital) A - Z से Start किया जाता हे , मतलब Variable का शूरवात a - z और A-Z या फिर _(underscore) से होता हे |
2. C++ Language में Variable को (small) a - z और (capital) A - Z से Start किया जाता हे , मतलब Variable का शूरवात a - z और A-Z या फिर _(underscore) से होता हे |
जेइसे ....
int a=5;
int A=10;
int _num =18;
तो कुछ इस तरह से आप Variable को लिख सकते हो , और अगर आप चाहे तो Number भी Use कर सकते हे | लेकिन Starting Point Alphabet या फिर _(underscore) होना चाहिए |
जेइसे _a2 =40;
इस तरह से आप use कर सकते हो |
3. हम Variable में कोई भी Extra Space को Use नेही कर सकते हे , मतलब Nu m=30; इस तरह से नही लिखे सकते हो , ये num के बिच में जो Extra Space आया हे ना वो आप use नही कर सकते हो , हा अगर आप चाहो तो Space की जगह _(underscore ) Use कर सकते हो |
3. हम Variable में कोई भी Extra Space को Use नेही कर सकते हे , मतलब Nu m=30; इस तरह से नही लिखे सकते हो , ये num के बिच में जो Extra Space आया हे ना वो आप use नही कर सकते हो , हा अगर आप चाहो तो Space की जगह _(underscore ) Use कर सकते हो |
जेइसे Nu_m=30;
एइसे आप लिख सकते हो लेकिन Variable में कोई भी बिना मतलब के Space नही दे सकते हो |
तो ये रहा Variable के कुछ नियम जिसे आप लोगो को Variable को Use करने के बक्त ध्यान देना होता हे |
अब हम बात करेंगे C++ में variable कितने प्रकार का होता हे , तो आइये शुरू करते हे .....
Types of Variable in C++ :-
C++ Programming Language में Variable 3 प्रकार के होते हे |- Local Variable
- Global Variable
- Static Variable |
अब इस सभी Variable का Definition और ये Variable कहा कहा Use होते हे , उसके बारे में बात करंगे और आखिर में एक Programming के माद्यम से आप लोगो को दिखायेंगे , तो सब से पहले बात करते हे Local Variable के बारे में ...
#include<iostream>
using namespace std;
int main()
{
int c = 36; ---- body
}
इस Body के अन्दर जो भी Variable लिखा जाता हे , Use ही हम Local Variable कहते हे |
#include<iostream>
using namespace std;
int main()
{
static int c=36;
}
तो ये रहा Variable के Types , उम्मीद करता हु आपलोग समझ गये होंगे ,,,
तो अब हमारे Next जो Topic हे वो हे Constant , अब ये Constant क्या होता हे और C++ Language में कहा Use होते हे , और Constant कितने प्रकार का होते हे |
आइये देखते हे ......
Constant एक Quantity होते हे, जो Programming के Execution Time के बक्त कभी भी Change नही होते | मतलब Constant एक Fixed Value होते हे , जिसे एकबार Apply करने के बाद दुबारा उस Value को बदला नही जा सकता , अब देखते हे C++ में Constant कितने प्रकार का होते हे |
तो Literal Constant 4 प्रकार का होते हे -
तो ये रहा Literal Constant के part ...
अब हमारे जो Next Constant हे वो हे Symbolic Constant , आइये देखे इस Symbolic Constant के बारे में .....
आशा करता हु इस आर्टिकल आप लोगो को पसंद आया हो | अगर पसंद आया हे , तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करे , और अगर इस आर्टिकल में दिए गये जानकारी से आप लोगो का कोई doubt हे , तो निचे Comment करके पूछ सकते हो |
1. Local Variable :-
C++ Language में Local Variable वो Variable होते हे , जो किसी ब्लोक के अन्दर लिखा जाता हे , मतलब Programming का जो Body होता हे Curly Bracket के अन्दर |
#include<iostream>
using namespace std;
int main()
{
int c = 36; ---- body
}
इस Body के अन्दर जो भी Variable लिखा जाता हे , Use ही हम Local Variable कहते हे |
2. Global Variable :-
C++ Language में Main Function के ऊपर जो Variable Declare करते हे , मतलब बनाते हे उस Variable को Global Variable कहते हे |
#include<iostream>
using namespace std;
int b=40;
int main()
{
body
}
#include<iostream>
using namespace std;
int b=40;
int main()
{
body
}
3. Static Variable :-
Static Variable Local Variable को ही कहा जाता हे , मतलब अगर हमने Local Variable के पहले Static शब्द का प्रोयोग करते हे ,तो वो Static Variable हो जाते हे |
इसका मतलब अगर हमने Curly ब्रेकेट के अन्दर कोई Variable को Declare करते हे और उसके पहले हम Static लिख देते हे तो वो Static Variable हो जाते हे |
इसका मतलब अगर हमने Curly ब्रेकेट के अन्दर कोई Variable को Declare करते हे और उसके पहले हम Static लिख देते हे तो वो Static Variable हो जाते हे |
#include<iostream>
using namespace std;
int main()
{
static int c=36;
}
तो ये रहा Variable के Types , उम्मीद करता हु आपलोग समझ गये होंगे ,,,
तो अब हमारे Next जो Topic हे वो हे Constant , अब ये Constant क्या होता हे और C++ Language में कहा Use होते हे , और Constant कितने प्रकार का होते हे |
आइये देखते हे ......
Constant in C++ in Hindi with Example :-
Types of Constant in C++ in Hindi :-
हमारे C++ Language में Constant को दो Part में Divide किया गया हे , जिसमे से एक हे Literal Constant और दूसरा Symbolic Constant |अब इन दोनों Constant के बारे में बिस्तार से बात करते हे |
1. Literal Constant in C++ in Hindi :-
Literal Constant वो Constant होते हे ,जिस Constant को हम Programming के अन्दर Direct लिखते हे, जब भी हमें चाहिए होता हे इस Constant को लिख कर आसानी से use कर सकते हे |
जेइसे cout<<"Hello World";
ये एक Literal Constant का उदहारण हे , ये जो हमने Hello World को Print करवाया हे , ये Value Execution के Time में Change नही होता , ये Fixed रहता हे |
ये एक Literal Constant का उदहारण हे , ये जो हमने Hello World को Print करवाया हे , ये Value Execution के Time में Change नही होता , ये Fixed रहता हे |
तो Literal Constant 4 प्रकार का होते हे -
1. Integer Constant -
Integer Constant वो Constant होते हे जिसके अन्दर Numeric Value होते हे , बिना किसी Decimal Point और Fraction के |
2. Floating Point Constant -
Floating Point Constant वो Constant होते हे जिसके अन्दर Numeric Value होते हे वो भी Decimal और Fraction के साथ |
3. Character Constant -
Character Constant वो Constant होते हे जिसके अन्दर हम Single Court में किसी भी Character को लिखते हे |जेइसे - 'a' , 'b' इस तरह के Constant को Character Constant कहते हे |
4. String Constant -
String Constant का मतलब हे जो Constant को हम Double Court के अंदर लिखते हे , वो होता हे String Constant |
जेइसे - "HelloWorld";
ये होता हे String Constant |
तो ये रहा Literal Constant के part ...
अब हमारे जो Next Constant हे वो हे Symbolic Constant , आइये देखे इस Symbolic Constant के बारे में .....
2. Symbolic Constant in C++ in Hindi :-
Symbolic Constant वो Constant होते हे जिसको हम एक Number दे कर Value को Provide करते हे |अब Symbolic Constant को दो Part में Divide किया गया हे ,
- Const Qualifier
- Define Directive
अब हम देखते हे ये दो Constant का मतलब क्या हे ? और इसे कहा use किया जाता हे ....
(i) Const Qualifier :-
Const Qualifier को const keyword भी कहा जाता हे , const qualifier को हम Programming constant को Define करने के लिए use करते हे |
जो Constant होते हे उसका एक नाम रखा जाता हे , और उस Constant के जो भी Data types होते हे वो उस Constant को हम बताते हे ,
और इस constant का जो भी syntax होते हे ... वो हे const data type identfier = value;
हमने Literal Constant में देखा था की Literal Constant का जो भी Value होते हे वो अपने Programming में हम Change कर सकते हे , लेकिन Constant Qualifier में Constant Value को Change नही किया जा सकता | वो Fixed हो जाते हे |
इस Constant को हम Programming के Function के अन्दर Define करते हे |
(ii) Define Directive :-
Define Directive एक Constant Find करने का तरीका होता हे, और इस Constant का जो Syntax होते हे वो हे #define identifier value ;
इस Define Directive को Main Function के अन्दर ही use किया जाता हे , जब भी हम Define Directive को use करते हे ,तो हम Constant बना रहे हे , उसका Data type Provide नही कर सकते हे |
तो ये रहा हमारे C++में Constant के बारे में जानकारी , उम्मीद करता हु इस Variable और Constant का जो Concept मेने आप लोगो को समझाए हे वो अब Clear होगेया होगा |
अगर इसके बारे में कोई भी Question हे तो मुझे Massage कर सकते हो या फिर मुझसे Personally Contact करके पूछ सकते हो |
Read More: Features of Cpp language in hindi
Conclusion-:
इस ( What is variable in cpp in hindi ) आर्टिकल में हमने Variable और Constant के बारे में पड़ा | Variable एक कंटेनर के तरह होते हे जहापे Value को स्टोर करके रखा जाता हे , और अपने सुबिधा के अनुसार उसे Use करते हे |
Variable तिन तरह के होते हे , Local Variable , Global Variable और Static Variable .
और Constant एक Fixed Value को कहा जाता हे , जिसे एकबार Use करने के बाद उस Value को Change या फिर Modify नही किया जा सकता हे |
और Constant एक Fixed Value को कहा जाता हे , जिसे एकबार Use करने के बाद उस Value को Change या फिर Modify नही किया जा सकता हे |
Constant दो तरह के होते हे - Literal Constant और Symbolic Constant |
आशा करता हु इस आर्टिकल आप लोगो को पसंद आया हो | अगर पसंद आया हे , तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करे , और अगर इस आर्टिकल में दिए गये जानकारी से आप लोगो का कोई doubt हे , तो निचे Comment करके पूछ सकते हो |
FAQ :
1. C++ में Variable क्या हे ?
Answer:- Variable एक Container की तरह होते हे , जहापे Value को Store करके रख सकते हे |
2. Variable क्या क्या अर्थ हे ?
Answer :- Variable को Data स्टोर करने के लिए इस्तेमाल किये जाते हे |