C भासा की Top 9 बिशेसनाए क्या हे - Features of C Language in Hindi
C Language में आप लोगो को बहत सारे Features देखने को मिलता होगा , लेकिन जादातर जो कुछ Features होते हे जो काफी Important होता हे , तो इस Post के अन्दर हम उन सारे Features के बारे में ही बात करेंगे ,,,
तो आइये जानते हे ,
1. Simple -
C language एक Simple Language हे , और साथ ये C Program Structured Provide करता हे मतलब Program को Number of Part में Divide कर सकते हो , ताकि उस Program को और आसानी से समझा जा सके , और Modify भी कर सको | और C के अन्दर जो Data Type ,और Library Function होता हे , वो बहत ही आसानी से समझा जा सके , Matlab C Program एक Easy Program हे जिसे आसानी से समझा जा सके |
2. Extensible-
Extensible का मतलब हे , अगर आपके पास कोई नया Technology या फिर कोई नया Program हे ,और आप उसे C Language में Implement करना चाहते हो, तो आप उसे आसानी से C language में Implement करके, और आसानी से Program या फिर उस नया Technology के Features के बारे में अछे तरह से जान सकते हो, और समझ सकते हो |
3. Speed-
किसी भी Program का दो Phase होता हे 1. Compile Phase और दूसरा 2. Execution Phase , तो C Language में ये दोनों ही Phase बहत ही Speed से Work करता हे , किसी और Language के मुकाबले में |
4. Rich library -
इसका मतलब हे C Program कुछ In Built Function Provide करता हे , जो किसी भी Program की Development को first कर देता हे |
5. Portable -
Portable के बारे में हमने पहले ही एकबार बात की थी , C Language की Advantage और Disadvantage के Chapter में | फिर से और एक बार बाता देता हु , Portable का मतलब C Language Machine Independent हे , मतलब अगर आप एक Machine से Program को लेकर कोई अलग Machine में उस Program को Run करना चाहते हो ,तो वो मुमकिन हे . लेकिन ध्यान रहे उसका Operating System Same होना चाहिए , जेइसे की Window में हमने एक Program की हे , और हम चाहते हे की उस Program को Linux में Run करना तो वो नही होगा | मतलब C Language Platform Depending Programming Language हे |
6. Memory Management -
C Language DMA को Support करता हे, DMA का मतलब हे Dynamic Memory Allocation ,जेइसे की Free, New, Delete , इसका मतलब हे आप New के मदत से नया Memory Create कर सकते हो , और Free के मदत से आप उस Memory को Free कर सकते हो , और Delete भी कर सकते हो |
7. Pointer -
Pointer के मदत से आप Direct Memory से Interact कर सकते हो | Virus और Antivirus के जो Application होते हे, वो Pointer के मदत बनाया जाता हे , Pointer एक Spacial Type का Variable हे |
8. Recursion -
Recursion के मदत से हम Code को Reuse कर सकता हे , जिससे Time और Memory दोनों सेफ हो |
9. Middle Level Language-
इसके बारे में हम ने पहले ही बात कर चुके थे ,इसे Middle Level Language इस लिए कहा जाता हे की ये C Program High Level और Low Level की Features को भी Support करता हे | जेइसे , C Language की मदत से Kernel और Driver जो एक System Software हे , उसे Develop किया जाता हे , मतलब Kernel और Driver की Program को C में ही लिखा जाता हे , और वो Direct Memory से Hardware Interact होते हे , जो एक Low Level की Programming को Support करता हे |
और C Program High Level की Programming को भी Support करता हे | जेइसे Java Programming Language एक High Level Programming हे तो ये C Program Java की Features को भी Support करता हे , मतलब Java की जो Compiler होते हे , JVM ( Java Virtual Machine) इसकी जो Programming हे वो C Language से लिखा गया हे |
इससे इए साबित होता हे की C Language High Level और Low Level की Programming को भी Support करता हे |
इससे इए साबित होता हे की C Language High Level और Low Level की Programming को भी Support करता हे |
इसलिए हम C Language को Middle Level Language कहते हे |
तो ये रहा C Language के कुछ Features , जिससे आप लोगो को थोड़ा तो Idea हो गया होगा C Language के बारे में , अब हम जानेंगे C Language कहा कहा use किया जाता हे उसके बारे में , तो आगे देखते हे use of c language के बारे में |
तो ये रहा C Language के कुछ Features , जिससे आप लोगो को थोड़ा तो Idea हो गया होगा C Language के बारे में , अब हम जानेंगे C Language कहा कहा use किया जाता हे उसके बारे में , तो आगे देखते हे use of c language के बारे में |
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Use of C Language -
1 . Data Base System -
DBMS (Data Base Management System ) के Data Base System के Application को Develop करने के लिए C Language को Use किया जाता हे |
2. Interpreter-
Interpreter Compiler के जेइसे ही होते हे , Compiler पुरे Program को As a Input लेता हे , और Interpreter Single Line को As a Input लेता हे |
और इन दोनों का Application Development C Language में ही किया गया हे |
3. Assembler-
Assembler Code को Assemble करता हे , और ये Application भी C Language से ही Develop किया गया हे |
4. Graphics Packages-
इसका मतलब हे की अगर कोई Gaming Software डिजाईन करना , या फिर कोई Video Editing Software बनाना , ये भी C Programming से ही किया जाता हे | और हमारे पास जितने Ms Office का Software हे वो भी C के द्वारा ही बनाया जाता हे |
5. Network Drivers-
Network में कोन सी Driver को Develop करना हे , वो C Language में बनाया जाता हे|
Modern Programs - अगर हमे Modern Program को Develop करना हे तो हम C Language से ही Develop कर सकते हे | और कई सरे Features हे C Programming में , हमने बस कुछ Important Features के बारे में अभी जाना |
Modern Programs - अगर हमे Modern Program को Develop करना हे तो हम C Language से ही Develop कर सकते हे | और कई सरे Features हे C Programming में , हमने बस कुछ Important Features के बारे में अभी जाना |